बाराबंकी कोरोना वैक्सीन एक्शन ड्राई रन का रियल साल का जायजा लेने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री कहां पहली बार भारत ने बनाई खुद की वैक्सीन इसे लेकर ना हो राजनीति

रिपोर्ट:-फखरे आलम
प्रदेश के साथ ही बाराबंकी जिले में भी कोरोना महामारी के खिलाफ निर्णायक जंग लड़ने की तैयारी अंतिम दौर में पहुंच चुकी है।कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं।जिले के छह अस्पतालों में आज ड्राई रन कराया गया।यहां पर एक साथ लगभग 50 लोगों को टीकाकरण के लिए बुलाया गया।
इन लोगों से स्वास्थ्य कर्मी पूरी शालीनता से पेश आए।स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी होंगी,ड्राई रन के दौरान उन्होंने इसकी बारीकी भी सीखी।टीकाकरण के बाद अगर किसी की हालत बिगड़ती है तो उसका कैसे उपचार किया जाना है इसका भी रिहर्सल किया गया।
वहीं बाराबंकी में कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन के इसी रिहर्सल को देखने के लिए खुद प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह पहुंचे।इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इसको लेकर बेहद गंभीर हैं।स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जब केंद्र सरकार द्वारा तारीख तय हो जाएगी तो कंपनी कोरोना वैक्सीन की सप्लाई पूरे देश में करना शुरू करेगी।
बाराबंकी जिले में आज कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन के लिए शहरी क्षेत्र में जिला महिला अस्पताल,हिंद अस्पताल सफेदाबाद और मेयो अस्पताल गदिया के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा,बड़ागांव और सतरिख को चुना गया।
कोरोना वैक्सीन के लिए इन अस्पतालों में 12 टीमों को लगाया गया।इसके अलावा यहां पर 24 पुलिस कर्मी और 24 ऑर्ब्जवर भी तैनात किए गए।दो चिकित्सकों के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम भी बनाई गई।इस दौरान टीकाकरण के लिए 50 लोगों को बुलाया गया है,जिनपर कोरोना वैक्सीनेशन का रिहर्सल किया गया।
ड्राई रन देखने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जब केंद्र सरकार द्वारा तारीख तय हो जाएगी तो कंपनी कोरोना वैक्सीन की सप्लाई पूरे देश में करना शुरू करेगी।उन्होंने बताया तारीख तय होने के बाद कि 10 से 15 दिनों में कोरोना की वैक्सिनेशन शुरू हो जाएगा।
उन्होंन बताया कि पहले चरण में हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी।उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर फिर तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर वाली जनता को वैक्सीन लगाई जाएगी।वहीं वैक्सीनेशन पर हो रही राजनीति को लेकर मंत्री ने कहा कि अगर कोई वैज्ञानिक कोई वैक्सीन निर्मित करता है तो उसपर कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिये।
आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत पहली भाद देश ने अपना खुद का वैक्सीन डेवलप किया है।जिसकी मान्यता पूरे विश्व में है।तो इसपर राजनीति नहीं की जानी चाहिये,न ही इसे लेकर कोई अफवाह फैलानी चाहिये।