फिल्मी दुनिया के किरदार को असली जामा पहना रहे हैं बदायूँ में सीओ, उच्च अधिकारी भी कर रहे हैं तारीफ

रिपोर्ट:-नियाज़ी खान
फिल्मी दुनिया के नायक यानी रील लाइफ के हीरो अनिरुद्ध सिंह रियल लाइफ में भी हीरो का किरदार निभा रहे हैं।रियल लाइफ में खाकी पहने बदायूं जिले के उझानी सर्किल के सीओ अनिरुद्ध सिंह की पहल अब रंग लाने लगी है।जुर्म की दुनिया को अलविदा कहने वाले इस गाव की तस्वीर बदलने की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नही है।बदायूं जिले के कादरचौक थाना इलाके के बंजर रेतीली जमीन पर बसे राजस्थान से आये बाबरिया जाति के लोगो के दो गाव भोजपुर और धुनुपुरा ऐसे नाम हैं जहां के लोग देश भर में चोरी डकैती डालते थे और औरते घर पर कच्ची शराब बनाती और बेचती थी और बच्चे नाजायज असलाह बनाते थे।पुलिस भी इन गावो में दबिश देने से कतराती थी क्योंकि यह पुलिस टीम पर भी हमला बोल देते थे।तभी मजबूत इरादों वाले सीओ अनिरुद्ध सिंह ने इनकी नब्ज टटोली की आखिर यह जुर्म के रास्ते पर क्यो उतरे हैं वजह साफ थी बेरोजगारी।विकास की किरण इन गावो को छू कर भी नही निकली लिहाजा यह जुर्म के दलदल में धसते चले गए और क्राइम को पेशा बना कर जिंदगी गुजारने लगे।
नक्सलवाद को बहुत हद तक मिटाने वाले सीओ अनिरुद्ध सिंह ने इन लोगो के घर की महिलाओं से संपर्क किया और इनको जुर्म की दुनिया छोड़ने को प्रेरित किया।और कुछ युवाओ को साथ लेकर आगे बढ़े और इनकी प्रेरणा से ही गाव के लोगो ने जुर्म का रास्ता छोड़ दिया तो प्रशासन भी इनको तरक्की के रास्ते पर लाने का मन बना चुका है और योजनाओं का पिटारा खोल दिया है।आज जिला प्रशासन और स्थानीय सांसद और विधायक भी गाव पहुचे तो बेरोजगार महिलाओ को सिलाई मशीने और छात्राओं को साइकिल साथ ही दिव्यांगों को ट्राई साइकिलों का वितरण किया गया।महिलाओ और छात्राओं का कहना है कि बे अब जुर्म की दुनिया छोड़ चुकी हैं और सिलाई आदि करके इजात की जिंदगी जिएगी।इस मुहिम को आगे बढ़ाने वाले सीओ अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि जब प्रयास करने से नक्सलबादी सुधर गए तो यह मामूली क्रिमनल हैं और अब उनसे भावात्मक रिश्ता बन गया है।उनका कहना है जिन नक्सलियों ने उनकी बात मान कर सरेंडर किया था उनके परिवारों की मदद वह अभी भी कर रहे हैं।पूछे जाने पर की अगर इस थीम पर फ़िल्म बनती है तो क्या वह इसमे रोल निभाएंगे उनका मुस्कराता हुआ जवाब आता है कि भविष्य के बारे में क्या कहें देखा जाएगा।इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा का कहना है कि कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत पुलिस ने पहल की है भोजपुर और धुनुपुरा के लोग संगठित अपराध करते थे इनसे बात की गई है प्रशासन के सहयोग से इनको डेवलपमेंट से जोड़ा जा रहा है इससे अपराधों में कमी आएगी।जनता का 100 प्रतिशत सहयोग मिल रहा है हम लोग पोसिटिव हैं कि कामयाब होंगे।इस गाव में आयोजित समारोह में पहुचे जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि इन लोगो को मुख्य धारा में लाया जा रहा है अगर इनका व्यवहार ठीक रहता है तो इनपर दर्ज मुकद्दमे भी बापस लिए जाएंगे।