गरीब बुजुर्ग दलित महिला और उसके पति के साथ सरेआम मारपीट

छेड़खानी के जिस आरोपी को गिरफ़्तार करने में मऊ की पुलिस अब तक असफल रही, उसी आरोपी ने पुनः एक गरीब बुजुर्ग दलित महिला और उसके पति के साथ सरेआम मारपीट कर दी।
दर्ज एफ़॰आई॰आर॰ के अनुसार, प्रार्थी श्यामलाल पुत्र स्व सिद्धू राम एवं उनकी पत्नी चिन्ता कुमारी मुहल्ला भदेसरा के निवासी हैं। भदेसरा गाँव के ही नवीन सिंह उर्फ़ रिंकू पुत्र हरीशचंद्र सिंह व सहयोगी ग्राम हरपुर के हवलदार यादव पुत्र बल्ली यादव ने प्रार्थी के घर जाकर प्रार्थी और प्रार्थी की पत्नी से मारपीट की जिसमें प्रार्थी की पत्नी की कमर एवं पीठ में काफ़ी चोटें लग गयी हैं।
बीते जून माह में नवीन ने गाँव की ही एक युवती से छेड़छाड़ की थी
और एफ़॰आई॰आर॰ दर्ज हुई थी। प्रशासन के लगातार लापरवाही और न्यायालय द्वारा मऊ पुलिस अधीक्षक से माँगे गये तथ्यों में देरी के वजह से, आरोपी खुलेआम घूमता रहा। आरोपी के हौसले और बुलंद हो गये
और दुस्साहस की सीमा लाँघ कर एक बुजुर्ग दलित महिला और उसके बुजुर्ग पति उम्र ६५ वर्ष से मारपीट कर दी। कि जाँच में समय लगता है परन्तु पिछली घटना के ४ माह बाद भी कोई कार्यवाही ना हो तो इस प्रकार की घटनायें दोबारा ज़रूर घटित होंगी। अब शायद लोकतंत्र में नये प्रावधानों की आवश्यकता है।
आरोपी द्वारा किसी की ग़रीबी और लाचारी का फ़ायदा उठाना, असहाय और कमजोर से मारपीट करना, जाति के आधार पे भेदभाव करना, महिला का उत्पीड़न करना इत्यादि पे कब लगाम लगेगी। इस प्रकार के प्रकरणों से हमारा समाज कब मुक्त होगा।