गोरखपुर मैं सीएम योगी का ऐलान मकर संक्रांति से शुरू होगा करोना वैक्सीनेशन

रिपोर्ट:-रविन्द्र चौधरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर में ऐलान किया कि वैश्विक महामारी कोरोना के खात्मे के लिए मकर संक्रांति से टीकाकरण शुरू हो जाएगा।उन्होंने कहा कि टीकाकरण श्रेणीवार किया जाएगा।इससे कोरोना संक्रमण पर प्रभावी रूप से नियंत्रण में सफलता मिलेगी।प्रदेश के छह जिलों में ड्राईरन शुरू हो चुका है।पांच जनवरी को प्रदेश के सभी जिलों में ड्राईरन सफलता पूर्वक सम्पन्न किया जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2021 में कोरेाना-19 महामारी का खात्मा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी,शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अधिवक्ताओं के बहुमंजिला चेम्बर के निर्माण कार्य के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीने से वैश्विक महामारी कोरोना 19 से हर व्यक्ति त्रस्त है।दुनिया की सबसे बड़ी ताकत अमेरिका की हालत किसी से छुपी नहीं।बिट्रेन जिसने टीका की शुरूआत की वहां फिर से लॉक डाऊन की स्थिति बनने लगी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश में 2021 की शुरूआत में विश्वास के साथ कह सकते हैं कि 5 जनवरी से पूरे प्रदेश में ड्राईरन होगा। 6 जिलों में ड्राईरन चल रहा है।मकर संक्रांति से देश और प्रदेश में कोरोना का टीकाकरण शुरू होगा।इस सदी की सबसे बड़ी बिमारी का खात्मा करने में सफल होंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब किसी महामारी से लड़ते हैं,सरकारें सिर्फ नेतृत्व करती हैं लेकिन सफलता जन सहयोग एवं सभी संस्थाओं से साक्षा प्रयास से मिलती है।भारत के प्रयासों की डब्ल्यूएचओ ने भी सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य उत्तर प्रदेश कोरोना की रोकथाम में भी सबसे बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहा।आज प्रदेश में 68 हजार से घट कर कोरोना के मामले 13 हजार पर पहुंच गए हैं। रिकवरी रेट 97 फीसदी एवं मृत्यु दर 1 फीसदी के आसपास है।सरकार के अस्पतालों में कोरोना का उपचार करने वालों ने इंतजाम की सराहना की। 20 मार्च से लॉकडाउन शुरू हुआ,उत्तर प्रदेश के 40 लाख कामगार और प्रवासी यूपी आए। मजदूर और प्रतियोगी छात्रों को घरों कुशलता पूर्वक पहुंचाया गया।उन्हें रोजगार भी उपलब्ध कराया।प्रदेश के विकास की गति भी थमने नहीं दी गई।कोरोना 19 पर प्रभावी नियंत्रण भी सफलता पूर्वक लगा।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड 19 के कॉल में तकनीक की मदद से महिलाओं,मजदूरों, पेंशनधारियों की चिंता की गई। 86 लाख से अधिक वृद्धों,निराश्रित महिलाओं एवं दिव्यांगों को पेंशन और एडवांस पेंशन की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में एक क्लिक में भेजी गई।इन रुपयों के निकालने के लिए उन्होंने बैकों में लाइन न लगानी पड़े,बैकिंग करेस्पांडेंट सखी की नियुक्ति हर ग्राम पंचायत में की गई।जनधन खाता धारी महिलाओं के खाते में एडवांस धनराशि उपलब्ध कराई गई।यह सब कुछ तकनीक की मदद से संभंव हो सका। इसके लिए अलग से मैनपॉवर की जरूरत नहीं हुई बल्कि मौजूदा संसाधन में सफलतापूर्वक ऐसे अनेकों कार्यक्रमों को पूर्ण किया गया।