मुरादाबाद बच्चों को निशुल्क बांटने वाले स्वेटर में हुआ बड़ा घोटाला स्वेटर कांटेक्ट भाई करोड़ों रुपए से अधिक का बताया जा रहा

रिपोर्ट:-शारिक सिद्दीकी
उत्तरप्रदेश के जनपद मुरादाबाद के प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को निःशुल्क बाटे जाने वाले विंटर स्वेटर्स में बड़ा घोटाला उस समय सामने आया जब एसडीएम सदर ने स्वेटरों की क्वालिटी चैक करते हुए स्वेटर सप्लाई करने वाली फर्मो की पेमेंट रोकने और स्वेटर्स की जांच लैब से कराने के आदेश शिक्षा विभाग को दे दिए,ये स्वेटर कॉन्टेक्ट ढाई करोड़ रुपये से अधिक का बताया जा रहा हैं,।
सप्लाई देने वाली फर्मे जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जिम पोर्टल के नियमों को ताक पर रखकर ये टेण्डर दिया गया था, जो अब चर्चाओं में आ गया है।
पूर्व की सपा सरकार पर घोटालों के आरोप लगा कर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने वाली योगी सरकार के अधिकारियों की कार गुजारियो के चलते जनपद मुरादाबाद से एक बड़ा घोटाला सामने आया है,।
आपको बताते चले प्रति वर्ष की तरह इस बार भी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विंटर स्वेटर के लिए मुरादाबाद की तीन फर्मो को जिम पोर्टल के माध्यम से स्वेटर सप्लाई का कॉन्ट्रेक्ट दिया गया था, जिसमे नारंग ट्रेडर्स ,।
बोधराज ट्रेडर्स और सूरज हॉजरीज को एक लाख छयासठ हजार स्वेटर्स सप्लाई करने थे, स्वेटर सप्लाई करने वाली ये फर्मे उस समय चर्चा में आ गई जब एसडीएम सदर ने 50 हजार स्वेटर्स की बड़ी खेप की गुणवत्ता में कमियां पकड़ी और प्रशासन एक जांच कमेटी गठित करते हुए स्वेटर की गुणवत्ता परखने के लिए लैब टैस्टिंग कराने के आदेश जारी कर दिए,।
ढाई करोड़ से अधिक की कीमत के स्वेटर तो इन सप्लाई फर्मो ने शिक्षा विभाग को सौप दिए है, लेकिन घटिया सामग्री से तैयार ये अभी तक स्कूलों में ही पड़े होने की सूचना है,शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने कॉन्ट्रैक्टरो को बचाने के लिए तीन शिक्षो को भी निलंबित कर दिया है।
इस प्रकरण में जानकारी देते हुए बीएसए योगेंद्र कुमार ने बताया कि एसडीएम सदर ने स्वेटर्स की खामियां पकड़ी थी और उनके द्वारा ही एक जांच कमेटी बना कर स्वेटर की सामग्री टेस्टिंग के लिए लैब भेजे जा रहे है, और अगले आदेश तक स्वेटर सप्लाई करने वाली तीन फर्मो का पेमेंट होल्ड कर दिया गया है।