मुरादाबाद में सीबीआई ने पकड़ा प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक का रिश्वतखोर मैनेजर, 50 हज़ार व रिश्वत में ली गई LED भी बरामद

रिपोर्ट:-शारिक सिद्दीकी
मुरादाबाद में सीबीआइ के छापे से मचा हड़कंप,10 घंटे की मैराथन पूछताछ व जांच के बाद प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के जीएम को 50 हजार की रिश्वत व लाखों की LED टीवी के साथ लिया हिरासत में,सीबीआई की टीम आरोपी बैंक के जी.एम को गिरफ्तार कर संग गाजियाबाद लेकर रवाना हुई।गाजियाबाद से आई सीबीआइ की टीम ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक रविकांत को उनके घर से 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। यह रिश्वत गाजियाबाद की रिकवरी एजेंसी से एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट) की रिकवरी के लिए टेंडर दिए जाने के लिए मांगी गई थी।
उनके घर से बरामद हुए पांच लाख रुपये और एलईडी टीवी सीबीआइ टीम ने कब्जे में ले लिया। एक टीम ने घर में घंटो परिजनों से पूछताछ की तो दूसरी ने प्रथमा बैंक के मुख्यालय में रिकॉर्ड खंगाले, महाप्रबंधक रविकांत को घर से पकड़ने के बाद प्रथमा बैंक मुख्यालय ले जाया गया। वहां भी रिकार्ड खंगालने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया,करीब 10 घंटे की मैराथन पूछताछ व जांच पड़ताल के बाद रात्रि 2 बजे सीबीआई की टीम आरोपी जी एम को अपने साथ गाजियाबाद लेकर रवाना हुई जहां पर उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।बताया गया कि प्रथमा बैंक के द्वारा करीब 200 शाखाओं में एनपीए हुए लोन की रिकवरी के लिए टेंडर होना है,इसके लिए दो एजेंसी ने आवेदन किया था। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद की रिकवरी एजेंसी के बजाय दूसरी कंपनी को रुपये लेकर टेंडर देने की बात फाइनल हो गई थी। एजेंसी को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसने रुपये देकर टेंडर दिलाए जाने पर सहमति जता दी,डील के मुताबिक पांच लाख रुपये 15 अगस्त काे दे दिए गए थे पर बाद में और रुपये और सामान की मांग की गई। इसके बाद एजेंसी ने सीबीआइ से संपर्क किया। रविवार को एजेंसी के सह संचालक और सीबीआइ की टीम ने पूरा प्लान बनाकर रविकांत को उनके घर से रंगे हाथ पकड़ा। सीबीआई टीम ने रुपयों व लाखो की LED टीवी समेत आरोपी जी एम को गिरफ्तार कर लिया।