मेरठ में एक प्रापर्टी डीलर ने 18 साल के मजदूर की जान की कीमत लगाई 30 ग़ज़ जमीन

रिपोर्ट:-राशिद खान
मेरठ। थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में मजदूरी का कार्य करते हुए मकान की छत गिरने से तीन लोग दबकर घायल हो गए जिनमें से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार ग्राम लिसाड़ी में एक मेहताब नाम से अवैध कलोनी काटी जा रही है। जहां पर एक 2 सौ गज का फैक्ट्री का निर्माण कार्य चल रहा था।
जहां पर बिना पिलर के दिवारे खड़ी कर के गडर पत्थर की छत डाल दी गई। मकान की छत के नीचे कई मजदूर काम कर रहे थे अचानक मकान की छत भरभरा कर गिर पड़ी। जिसके नीचे मजदूरी का कार्य कर रहे आलम सलीम वह एक बालक दिलशाद दब गए। छत गिरते ही लोगों ने चीख-पुकार में मचा दी। मजदूरों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने मलबे में दबे मजदूरों को निकाला इस दौरान सलीम वे दिलशाद मामूली रूप से घायल हुए। लेकिन तीसरा मजदूर 18 वर्षीय आलम पुत्र मंजूर आलम करीब 2 घंटे तक मलबे में दबा रहा जिस कारण उसकी मौके पर ही बहुत हो गई। सूत्रों से पता चला है कि यहां पर हुमायूं नगर निवासी बब्बू द्वारा एक फैक्ट्री का निर्माण किया जा रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि मेहताब कॉलोनी पूरी तरह से अवैध है। करीब 1 साल पहले एमडीए द्वारा यहां पर ध्वस्टीकरण की कार्रवाई भी की जा चुकी है। कॉलोनी को काटने वाले डीलर मृतक के परिजनों के साथ मृतक की मौत का सौदा करते हुए मामले को दबाने का प्रयास करते रहे। सूत्रों से प्राप्त जानकारी से पता चला है कि प्रॉपर्टी डीलरो ने मृतक के परिजनों को एक 30 गज का प्लॉट देने पर समझौता कर लिया। वहीं मजदूरों के दबने के मामले की पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई। इसलिए मौके पर पुलिस भी नहीं पहुंची।