मेरठ में थानाध्यक्ष के आलीशान फार्म का बड़ा खुलासा,थानेदार का राम रहीम से बड़ा आशियाना, एसएसपी ने किया लाइन हाज़िर,

रिपोर्ट:-राशिद खान
कोई व्यक्ति आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर निर्माण कराता है तो लोगों की निगाह उधर जरूर चली जाती है। ऐसा ही कारनामा मेरठ के हस्तिनापुर के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह का सामने आया है। जहां सवा दो साल से एक ही थाने में जमे धर्मेंद्र सिंह ने केवल अकूत संपत्ति अर्जित की है। वरन पद का भी दुरुपयोग किया है।थानाध्यक्ष का दो बीघे में आलाशीन फार्म हाउस और उसमें ऐशोआराम के लिए स्वीमिंग पूल है। इसके अलावा एक मॉडल कॉटेज बनी हुई है।
थानेदार का आलीशान फार्म हाउस का भंडाफोड़’ योगी राज में भष्टाचार से लिप्त थानेदार ने खड़ा किया अपना एशोआराम फार्म हाउस’पत्नी के नाम खरीदी जमीन’ पूर्व विधायक ने थानेदारी पर लगाए आरोप’शराब माफियाओं से साठगांठ से बना फार्म हाउस के लगे आरोप’ उजागर होने पर एसएसपी साहब ने थानेदार साहब धर्मेंद्र सिंह चौहान को लाइन हाज़िर कर बैठाई जांच’ थानेदार पर गाज गिरी तो बिजली विभाग ने आवास से पकड़ी बिजली चोरी।थानाध्यक्ष ने द्रोपदी घाट के नजदीक घने जंगल में खेतों के बीच दो बीघे में आलीशान फार्म हाउस बनवाया है। फार्म हाउस की चौबीसों घंटे रखवाली के लिए थाने के एक सिपाही और एक होमगार्ड को भी तैनात किया गया है। एशोआराम के लिए फार्म हाउस में स्वीमिंग पूल और एक मॉडल कॉटेज बनी है। कमरों में एसी भी लगाए गए हैं। यहां खाने-पीने की भी पूरी व्यवस्था है। 20 जून, 2018 को धर्मेंद्र सिंह चौहान को हस्तिनापुर थाने का चार्ज दिया गया था। करीब सवा दो साल से वह यहीं तैनात हैं। धर्मेंद्र सिंह की अब तक की नौकरी का अधिक समय मेरठ जनपद और मेरठ रेंज में ही गुजरा है।नियम-कानून को ठेंगे पर रख दिया,फार्म हाउस के चौतरफा कृषि भूमि है।जहां पर किसान खेती करते हैं। इसे बनाने के लिए कई हरे पेड़ काटे गए हैं। फार्म हाउस के आसपास चहारदीवारी बना दी गई है, जबकि नियमानुसार जंगल में आवासीय निर्माण नहीं किया जा सकता है। यही नहीं, कृषि भूमि पर बाउंड्रीवाल भी नहीं बनाई जा सकती है। पत्नी के नाम से खरीदी गई थी जमीन।थानाध्यक्ष ने फार्म हाउस बनाने के लिए पत्नी कल्पना सिंह के नाम से जमीन खरीदी है। वर्तमान में बाजार में इस जमीन की कीमत 75 लाख रुपये है। करीब 20 लाख रुपये लगाकर आलीशान फार्म हाउस बनाया गया है। फार्म हाउस को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस अधिकारियों से शिकायतें भी कीं लेकिन,सत्ताधारी दल के एक नेता का थानाध्यक्ष को संरक्षण है। थाना क्षेत्र में खादर क्षेत्र होने और सिख समाज के डेरे होने के कारण यहां कच्ची शराब की तस्करी आम है। जुआ और सट्टा भी खूब होता है। अपराधों को लेकर अधिकारियों से शिकायतें भी की जा रही हैं। बावजूद इसके नेता की शह और अपने स्वार्थ के कारण अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं।फिलहाल एसएसपी अजय साहनी ने हस्तिनापुर के थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह को लाइन हाजिर किया है। एसएसपी ने सीओ मवाना को आरोपों की प्रारंभिक जांच सौंपी है।